बात सिर्फ चाहत कि होती तो, और थी,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) January 4, 2021
यहां हम तो उनको जान समझने लगे थे,
बात सिर्फ छोड़कर जाने कि भी होती तो सह लेते..
यहां तो अपना कह कर भी वो पराया लगने लगे थे।।#PkSingh #MySayri @Mysayri
मैं ढूंढ रहा उस अश्क को,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) January 19, 2021
जो कभी मेरे लिए बहा करती थी,
मै ढूंढ रहा उस चेहरे को,
जो मेरा दीदार कर के हसां करती थी।।#PkSingh181 @Mysayri
वो मुझसे रूठ कर
— My Shayri's World (@Mysayri) February 1, 2021
हसना भूलने लगती थी
मेरी खुशी के लिए
मेरी इच्छा ढूंढने लगती थी
उसकी श्रृंगार
मेरी तारीफ के बिना उसको अधूरी लगती थी
उसको उसकी तारीफ सिर्फ मेरे मुंह से सुनना होता था
कोई गैर मर्द तारीफ करे तो गाली लगती थी,
बहुत अलग थी वो,
जो मुझे सबसे प्यारी लगती थी। #MySayri
इश्क में कई दफा मेरे साथ हुआ है,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) February 7, 2021
ग़ज़ल लिखा तेरी आंखों को देख कर,
पर किसी और के सामने पढ़ा है,
उन लाइनों पर तूने तो गौर फरमाए नहीं,
लेकिन मेरी शायरी में भी गैरो को.. तेरे लिए मोहब्बत बेशुमार दिखा है।।#MySayri @MySayri #Pradeepsingh181
ज़िन्दगी आसान है,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) March 4, 2020
बस सही नजरिया चाहिए,
मंज़िल भी सामने है,
जाने का जरिया चाहिए,
मै कब कहा कि थक गया या टूट गया
पानी भी बहुत है,
बस गहरा दरिया चाहिए।।#Zindgi #motivation #PkSingh
यदि हार ही लिखा तो हार सही,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) November 18, 2019
हार तू हार को लालकारकर,
यूं कायर भांति हार मत,
तू हार को हराने की कोशिश हर बार कर!!#PkSingh #Motivation
कौन नादान यहां, कौन शातिर नहीं,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) November 3, 2019
जिसका जुर्म छीप गया सिर्फ वो कातिल नहीं।#PkSingh
जब तक तुम काबिल हो,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) October 19, 2019
तभी तक रिश्तों की डोर है,
काबिलियत के बिना,
अपने ,पराए,यार और प्यार
सब बेमतलब का शोर है।
उम्मीद बहुत है,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) March 10, 2020
ज़िम्मेदारियां भी काफी है,
इसलिए नाकामी का डर है,
.
मंज़िल तो एक है,
मगर रास्ते बहुत है,
इसलिए कुछ ज़्यादा ही मुश्किल भरा सफर है।।#PkSingh
वक़्त को भी देखा है,
— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) September 28, 2019
लोगों को भी आजमाया है,
जब तक मंज़िल दूर है,
सबको पराया पाया है।#PkSingh
जब तक तुम काबिल हो,
— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) October 19, 2019
तभी तक रिश्तों की डोर है,
काबिलियत के बिना,
अपने ,पराए,यार और प्यार
सब बेमतलब का शोर है।
कौन नादान यहां, कौन शातिर नहीं,
— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) November 3, 2019
जिसका जुर्म छीप गया सिर्फ वो कातिल नहीं।#PkSingh
यदि हार ही लिखा तो हार सही,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) November 18, 2019
हार तू हार को लालकारकर,
यूं कायर भांति हार मत,
तू हार को हराने की कोशिश हर बार कर!!#PkSingh #Motivation
ज़िन्दगी आसान है,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 4, 2020
बस सही नजरिया चाहिए,
मंज़िल भी सामने है,
जाने का जरिया चाहिए,
मै कब कहा कि थक गया या टूट गया
पानी भी बहुत है,
बस गहरा दरिया चाहिए।।#Zindgi #motivation #PkSingh
पर गई है मिट्टी उनकी वादो पर,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 7, 2020
हो सके तो आकर साफ कर जाना इन्हे,
फरेब तो छिपी रहती ही थी उनकी हर अंदाज़ में,
ये आंखे आज भी तलाशता है जिन्हे।।#PkSingh
पर गई है मिट्टी उनकी वादो पर,
— Pradeep Singh🇮🇳 (@pradeepsingh181) March 7, 2020
हो सके तो आकर साफ कर जाना इन्हे,
फरेब तो छिपी रहती ही थी उनकी हर अंदाज़ में,
ये आंखे आज भी तलाशता है जिन्हे।।#PkSingh
उम्मीद बहुत है,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 10, 2020
ज़िम्मेदारियां भी काफी है,
इसलिए नाकामी का डर है,
.
मंज़िल तो एक है,
मगर रास्ते बहुत है,
इसलिए कुछ ज़्यादा ही मुश्किल भरा सफर है।।#PkSingh
बात हमारे अब कोई मायने नहीं रखते,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 11, 2020
होटों पर किसी और का नाम उन्होंने बसा लिया,
कभी हमारे बिना उनका सवेरा नहीं होता था,
आज कल हमको देखकर उन्होंने चेहरा घुमा लिया।। #PkSingh
कभी जिनको हम से फुर्सत न थी,— My Shayri's World (@Mysayri) March 13, 2020
अब फुर्सत में भी हमें याद करना भूल जाते है।#PradeepSingh181
तुम्हारी आखो को देखु, शराब बन जाता हु,— My Shayri's World (@Mysayri) May 13, 2018
तुम्हारी ज़ुल्फोन मे सो जौ, चांदनी रात बन जाता हु,
तुम्हारी होंठ जब चुमते मुझे, गुलब बन जाता हु,
तुम्हे जब बाहों मे भरता हु,
कसम से किसि बेस्किम्ति आभुशन का हक़दार बन जाता हु! #PkSingh
कौन बात करे उस चाँद की,— My Shayri's World (@Mysayri) May 8, 2018
जो रोशनी भी सूरज से उधार लेती है,
मैं रहता हूं अपने प्रीत की चेहरे की चमक में,
जो हर पल खुद-बेखुद बेहिसाब चमकती है।।#PkSingh
आज तुझसे बात नही,— My Shayri's World (@Mysayri) April 15, 2018
सिर्फ याद करके सोया हु मैं,
तुंझे नही पता
सपनों में भी खूब रोया हु मैं।
आदत हो गयी थी— My Shayri's World (@Mysayri) April 14, 2018
तुझसे बात कर के सोने की,
पर शायद आज से ये रीत बदल जाएगी,
मैं भी चला जाऊंगा,
और तू भी चली जायेगी।
लेकिन याद रखना तेरी याद बहुत आएगी।
Good Night
Poems written by me pic.twitter.com/pedpKuf9ch— My Shayri's World (@Mysayri) May 2, 2018
Tere alawa jo kaam ho,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) April 8, 2018
Wo bhala kaam kaisa,
Jis sharab me tera nasha n ho,
Bhala wo jaam kaisa #PkSingh
बार बार कहा था— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) April 12, 2018
लेकिन हर बार वो भूल जाते है,
हर सितम मंज़ूर है तेरी जुदाई के अलावा,
मगर वो बात बात पर दूर जाते है।।#PkSingh
अगर ज़िन्दगी को जन्नत बनाना है,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) April 13, 2018
तो सिर्फ मोहब्बत कर लो,
और
अगर दर्द का समंदर
तो बेइंतहां मोहब्बत कर लो।
वैसे तो ये मोहब्बत ,प्यार सब वक़्त की बर्बादी है,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) April 13, 2018
पर तुझ पर वक़्त बर्बाद कर के भी आबाद हो रहा हु।
वो कहते है कि हमारे बाद वो किसी से दोस्ती नही करेगी,— My Shayri's World (@Mysayri) April 14, 2018
क्योकि बुरे लोग उन्हें पसंद नही है,
और अगर अच्छे लोग हम जैसे है तो उन्हें इन अच्छो से नफरत हो गयी।#PkSingh
बहुत टूट कर चाहा, पर कुछ और अंजाम था मेरे प्यार का,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 17, 2018
मोहब्बत ऐसे नही होती😢, यही आखिरी पैगाम था मेरे यार का।#PkSingh
थक गए है मुझको समझने में जो,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 16, 2018
वो सोचते है थक गया हूं मैं,
नादानगी उनकी देखो दोस्तो,
हो गयी है मोहब्बत उनको भी हमसे
और वो कहते है बेखबर हु मैं।
ऐसा कोई पल नही जब तेरा👩🏻 इंतज़ार नही करते है,— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) February 16, 2018
ऐसा कोई वक़्त नही जब तुंझे याद नही करते,
ऐसा कोई ख्वाव नही जिसमे तेरा दीदार नही करते,
और तुम कहते हो इस तरह प्यार💘 नही करते।😥😰 #PkSingh
जो कभी न हुआ था,— My Shayri's World (@Mysayri) March 14, 2018
वो हुआ
जो भी हुआ..
बहुत बुरा हुआ।।
— Pradeep kumar singh (@pradeepsingh181) March 14, 2018
हमारे शहर में मोहब्बत का सूरज नही निकलता,— My Shayri's World (@Mysayri) March 7, 2018
नाम बदल कर शहर का बेवफा रख देते है। #PkSingh
— My Shayri's World (@Mysayri) February 8, 2018
— My Shayri's World (@Mysayri) April 25, 2018
Romantinc Proposing Shayari pic.twitter.com/zN5QFYFeqj— My Shayri's World (@Mysayri) February 3, 2018
Mai Na Kuch Samajhne Ke Haal Me Hu,— My Shayri's World (@Mysayri) July 12, 2017
Na Samjhaane Ke Haal Me Hu!!!
.
Bahut TOOT Chuka Hu
yahi Batane K Haal Me Hu! #PkSingh — feeling sad